जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर 2017 को अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन की नींव रखी. यह भारत की पहली बुलेट ट्रेन होगी जिसे अहमदाबाद से मुंबई रूट पर चलाया जायेगा.
इससे पहले दोनों देशों के नेताओं ने बुलेट ट्रेन के रूट का मॉडल देखा. इस अवसर पर जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि जापान में बुलेट ट्रेन से कोई हादसा नहीं होता, जापान की बुलेट ट्रेन पूरी विश्व में सबसे सुरक्षित बुलेट ट्रेन सेवा है. उन्होंने कहा कि भारत का समृद्धशाली होना जापान के हित में है. भारत में नए अध्याय की शुरुआत हुई है.
मुख्य बिंदु
• इसकी लागत 1.10 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें 88 हजार करोड़ का कर्ज जापान देगा.
• इस कर्ज का ब्याज 0.1 फीसदी होगा, जिसे 50 साल में चुकाया जायेगा.
• यह ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच 508 किमी का सफर तीन घंटे में तय करेगी.
• सरकार के अनुसार वर्ष 2022 में देश जब स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा, उस वक्त देश की पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी.
• बुलेट ट्रेन की रफ्तार 320 किमी/घंटे के के आसपास रहेगी.
• इसमें 508 किलोमीटर के मार्ग में से 351 किलोमीटर हिस्सा गुजरात और 157 किलोमीटर का हिस्सा महाराष्ट्र से गुजरेगा. इसमें से 468 किलोमीटर लंबा ट्रैक एलिवेटेड रहेगा.
• इस परियोजना से 20,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त होगा.
• इसके शुरू होने से मेक इन इंडिया को और ताक़त मिलेगी क्योंकि इसके उपकरण और कोच भारत में बनाये जायेंगे.
• बुलेट ट्रेन 12 स्टेशन पर रुकेगी. इनमें मुंबई, थाने, विरार, बोइसर, वापी, बिलिमोरा, सूरत, भरुच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती स्टेशन शामिल हैं.
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